
क्या है मंईयां सम्मान योजना?
मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना झारखंड सरकार द्वारा चलाई जाने वाली एक महिला‑कल्याण योजना है। इस योजना के तहत राज्य की गरीब और जरूरतमंद महिलाओं (आमतौर पर 18–50 वर्ष आयु वर्ग) को मासिक आर्थिक सहायता प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है। Jagran+2India Today+2
हालाँकि शुरुआत में नियमित मदद राशि कुछ कम थी, लेकिन 2024‑25 के बजट में इसे बढ़ाकर ₹2,500 प्रति माह किया गया। India Today+2JHNet.in+2
योजना की दूसरी किस्त: वादा और हक — लेकिन रुकावटें
- झारखंड सरकार ने बताया था कि लाभुक महिलाओं को हर महीने ₹2,500 की किस्त मिलेगी। Jagran+2India Today+2
- कुछ महीनों में दो‑दो किस्तें एक साथ भेजने की व्यवस्था भी की गई थी — जिससे लाभार्थियों को ₹5,000 एक ही बार में मिलते। TV9 Bharatvarsh+2noukriwala.com+2
लेकिन हाल ही में कई महिलाओं ने शिकायत की है कि “दूसरी किस्त” (या पिछली किस्तें) उनके खातों में नहीं पहुंची — जिससे उनकी उम्मीदों में धक्का पहुँचा है।
क्यों बंद हुआ पोर्टल? — लाभुकों की नाराज़गी
हालाँकि योजना के लिए एक नया पोर्टल शुरू किया गया था, लेकिन दिसंबर 2024 से लेकर 2025 की शुरुआत तक इस पोर्टल में कई तकनीकी समस्याएँ आईं। Jagran+2Jagran+2
कुछ प्रमुख बिंदु:
- अधिकारियों (BDO / CO) तक पोर्टल खुलने के बाद भी लॉग‑इन नहीं हो पा रहा था। Jagran+1
- सत्यापन प्रक्रिया, आधार‑बैंक लिंकिंग या अन्य तकनीकी गड़बड़ियों के कारण कई आवेदकों की फाइलें लंबित थीं। Prabhat Khabar+2Jagran+2
- नतीजा यह हुआ कि कई महिला लाभार्थियों को दूसरी किस्त नहीं मिल सकी — और वे लंबे समय से इंतजार कर रही हैं।
किन लोगों को लाभ नहीं मिल पाया — वंचितों की सूची
सरकारी बयान और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार:
- जो महिलाएँ समय पर आधार‑बैंक लिंकिंग या दस्तावेज़ सत्यापन नहीं करा पाई। Prabhat Khabar+2Punjab Kesari Bihar+2
- जिनका आवेदन पोर्टल बंद के समय लंबित रह गया — न वे ऑनलाइन रजिस्टर हो पाईं, न सत्यापन पूरा हुआ। Jagran+2JHNet.in+2
- कुछ महिलाओं ने स्वयं कथित “गलत जानकारी” देने के लिए उनसे योजना का लाभ वापस लेने की घोषणा की जाने की बात कही है। Jagran
सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि जिन लाभार्थियों को गलत शपथ पत्र भरने का दोषी पाया जाएगा — उन्हें भविष्य में योजना से बाहर किया जाएगा। Jagran
कोशिशें जारी — क्या मिलेगा अब सहायता?
- झारखंड प्रशासन ने 2025 में फिर से नया आवेदन फॉर्म शुरू किया है। जो महिलाएँ अब तक आवेदन नहीं कर पाईं — वे इस नए फॉर्म के माध्यम से दोबारा आवेदन कर सकती हैं। JHNet.in+1
- सरकार ने कहा है कि बकाया राशि — यदि सत्यापन प्रक्रिया पूरी होती है — एक साथ भेज दी जाएगी। Prabhat Khabar+1
- साथ ही आधार‑बैंक लिंकिंग के लिए भी थोड़ी राहत दी गई है — ताकि जिनके खाते पहले आधार से नहीं जुड़े थे, उन्हें भी लाभ मिल सके। Punjab Kesari Bihar+1
विशेषज्ञ और विपक्ष की आलोचना
कुछ वरिष्ठ नेताओं और पूर्व मुख्यमंत्री ने इस योजना में देरी और असंगतियों को लेकर सवाल उठाए हैं। उदाहरण के लिए, पूर्व सीएम ने कहा है कि कई महिलाओं को योजना के नाम पर ठगा गया है। Navbharat Times+1
कई अभियुक्तियों ने यह भी कहा है कि दिव्यांग पेंशन जैसे अन्य कल्याण पहलों के मुकाबले, मंईयां योजना को प्राथमिकता दी जा रही है — जिससे अन्य ज़रूरतमंद वर्गों ने असमर्थता जताई है। Moneycontrol Hindi+1
आपका क्या करें अगर लाभ नहीं मिला? — सुझाव और सलाह
यदि आप मंईयां सम्मान योजना की लाभार्थी हैं और राशि नहीं मिली है, तो आप निम्न कदम उठा सकती हैं:
- चेक करें कि आपका बैंक खाता आधार से लिंक है या नहीं। यदि नहीं — लिंक कराने का प्रयास करें।
- स्थानीय बीडीओ/सीओ कार्यालय जाकर आवेदन की वेरीफिकेशन स्थिति पूछें।
- अगर पहले आवेदन किया था, लेकिन पोर्टल बंद होने से रद्द हो गया — नया आवेदन भरें, और सभी दस्तावेज़ सही रखें।
- योजना की आधिकारिक वेबसाइट या हेल्पलाइन (अगर उपलब्ध हो) से जानकारी लें।
निष्कर्ष
“मंईयां सम्मान योजना” जैसी कल्याण-योजना महिलाओं के लिए आर्थिक सहारा बनने का वादा करती है। लेकिन तकनीकी खामियों, पोर्टल बंद‑हुए रहने, और सत्यापन प्रक्रियाओं में देरी की वजह से योजना का लाभ कई महिलाओं तक नहीं पहुंच पाया।
अगर राज्य सरकार समस्याओं को शीघ्र सुधार लेती है, तो अभी भी उन महिलाओँ के लिए — जिनका आवेदन लंबित है — शायद मौका बचेगा। वरना, जिन महिलाओं को दूसरी किस्त नहीं मिली, उनकी मायूसी शायद लंबे समय तक बनी रहेगी।
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